सत्य ज्योतिलिंग बारा । प्रातःकाळीं स्मरण करा ।
कोटि कुळें उद्धारा । भव तरा बापहो ॥ १ ॥
वाराणसी विश्वनाथ । मोक्षदाता तो समर्थ ।
पुरवील अंतरीचें आर्त सोमनाथ । सोरटी ॥ २ ॥
ॐकार ममलेश्वर । सेतबंध रामेश्वर ।
भीम उगमीं भीमाशंकर । घृणेश्वर वेराळीं ॥ ३ ॥
नागनाथ अमृतोदकीं । विश्वजन केलें सुखी ।
परळी वैजनाथ सुखी । सुकृत साचें जन्माचें ॥ ४ ॥
त्र्यंबक हा तीर्थराज । पुरवील अंतरीचें काज ।
त्याही तेजामाजीं तेज । महाकाळ उज्जनी ॥ ५ ॥
दुजे कैलास भुवन । श्रीशैल्य मल्लकार्जुन ।
वाचे स्मरतां धन्य धन्य । अनुपम्य क्षेत्र तें ॥ ६ ॥
ब्रद्रिकेदार उत्तरें । ज्याचें स्मरणें भव हा तरे ।
ध्यान धरितां वृत्ति नुरे । निज निश्चळ दासाची ॥ ७ ॥
नरहरी म्हणे जन्मा यावे । शुद्ध सत्य प्रेम भावें ।
वाचे हरी गुण गावें । मालो जपे सर्वदा ॥ ८ ॥
Saty jyotirling bara | Pratahkali smaran kara |
Koti kule udhhara | Bhav tara baapaho ॥ १ ॥
Varanasi Vishvanaath | Mokshadata to samrth |
Puravil antariche aart somanaath | Sorati ॥ 2 ॥
mkar mamaleshwar | Setbandh rameshwr |
Bhim ugami bhimashankar | Ghruneshwar verali ॥ 3 ॥
Nagnath amrutodali | Vishwajan keli sukhi |
Parali vaijanaath sukhi | Sukrut saache janmache ॥4 ॥
Trambyak ha tirthraj | Puravil antariche kaaj |
Tyahi tejamaji tej | mahakaal ujjani ॥ 5 ॥
Duje kailas bhuvan | Shri shailya mallakaarjun |
Vache smarata dhany dhany |anupamya kshetr te ॥ 6 ॥
badrikedar uttre | jyache smarane bhav ha tare |
Dhyan dharita vrutti nure | Nij nishchal daasachi ॥ 7॥
Narahari mhane janma yave | Shudhh saty prem bhave |
Vache hari gun gave | Maalo jape sarvada ॥ 8 ॥
मी गातो नाचतो आनंदे | वेडा झालो मी तव छंदे || गाईन ओविया पंढरिच्याराया | आमुचा तो पांडुरंग || तुका म्हणे माझा सखा पांडुरंग | गाईन गोडची हरिचे गीत ॥ ....................
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भस्म उटी रुंडमाळा । bhasm uti rudra mala ▌♫▐
भस्म उटी रुंडमाळा । हातीं त्रिशुळ नेत्रीं ज्वाळा ॥ १ ॥
गज चर्म व्याघ्रांबर । कंठीं शोभे वासुकी हार ॥ २ ॥
भूतें वेताळ नाचती । हर्षयुक्त उमापती ॥ ३ ॥
सर्व सुखाचें आगर । म्हणे नरहरी सोनार ॥ ४ ॥
bhasm uti rudra mala | Hati trishul netri jvala ॥ १ ॥
Gaj charm vyagrambar | Kanthi shobhe vasukicha har ॥ 2 ॥
Bhute vetal nachati | Harsh yukt umapati ॥ 3 ॥
Sarv sukhache aagar | Mhane narahari sonar ॥ 4 ॥
गज चर्म व्याघ्रांबर । कंठीं शोभे वासुकी हार ॥ २ ॥
भूतें वेताळ नाचती । हर्षयुक्त उमापती ॥ ३ ॥
सर्व सुखाचें आगर । म्हणे नरहरी सोनार ॥ ४ ॥
bhasm uti rudra mala | Hati trishul netri jvala ॥ १ ॥
Gaj charm vyagrambar | Kanthi shobhe vasukicha har ॥ 2 ॥
Bhute vetal nachati | Harsh yukt umapati ॥ 3 ॥
Sarv sukhache aagar | Mhane narahari sonar ॥ 4 ॥
नाम फुकाचे फुकाचे । Naam fukache fukache - संत नरहरी सोनार ▌♫▐
नाम फुकाचें फुकाचें । देवा पंढरीरायाचे ॥ १ ॥
नाम अमृत हें सार । ह्रदयीं जपा निरंतर ॥ २ ॥
नाम संतांचें माहेर । प्रेम सुखाचें आगर ॥ ३ ॥
नाम सर्वांमध्यें सार । नरहरी जपे निरंतर ॥ ४ ॥
Naam fukache fukache | Dev pandhari rayache ॥ १ ॥
Naam amrut he saar | Hrudayi japa nirantar ॥ 2 ॥
Naam santanche maher | Prem sukhache aagar ॥ 3 ॥
Naam sarvamadhe saar | Narahari jape nirantar ॥ 4 ॥
नाम अमृत हें सार । ह्रदयीं जपा निरंतर ॥ २ ॥
नाम संतांचें माहेर । प्रेम सुखाचें आगर ॥ ३ ॥
नाम सर्वांमध्यें सार । नरहरी जपे निरंतर ॥ ४ ॥
Naam fukache fukache | Dev pandhari rayache ॥ १ ॥
Naam amrut he saar | Hrudayi japa nirantar ॥ 2 ॥
Naam santanche maher | Prem sukhache aagar ॥ 3 ॥
Naam sarvamadhe saar | Narahari jape nirantar ॥ 4 ॥
सकळ धर्माचे कारण । Sakal dharmache karan ▌♫▐
सकळ धर्माचे कारण । नामस्मरण हरिकीर्तन ॥ १ ॥
दया क्षमा समाधान । घ्यावे संतांचें दर्शन ॥ २ ॥
संत संग वेगीं । वृत्ति जडों पांडुरंगीं ॥ ३ ॥
नरतनु येयाची बा कदां । भावें भजा संत पदा ॥ ४ ॥
भुलूं नका या संसारीं । हरी उच्चारी उच्चारी ॥ ५ ॥
सर्व जायाचें जायाचें । हरि नाम हेंचि साचें ॥ ६ ॥
विठोबा रक्षिल शेवटीं । उभा कर दोन्ही कटीं ॥ ७ ॥
नरहरी जाणूनि शेवटीं । संतचरणा घाली मिठी ॥ ८ ॥
Sakal dharmache karan| Namasmaran harikirtan ॥ १ ॥
Daya kshama samadhan | ghyave santache darshan ॥ 2 ॥
sant sang vegi | Vrutti jado pandurangi ॥ 3॥
nartanu yeyachi ba kada | Bhave bhaja sant pada ॥ 4 ॥
Bhulu naka ya sansari | Hari uchhari uchhari ॥ 5 ॥
Sarv jayache | Hari naam hechi sache ॥ 6 ॥
Vithhoba rakshil shevati | Ubha kar donhi kati ॥ 7 ॥
Narhari januni shevati | Santcharanaa ghali mithi ॥ 8 ॥
दया क्षमा समाधान । घ्यावे संतांचें दर्शन ॥ २ ॥
संत संग वेगीं । वृत्ति जडों पांडुरंगीं ॥ ३ ॥
नरतनु येयाची बा कदां । भावें भजा संत पदा ॥ ४ ॥
भुलूं नका या संसारीं । हरी उच्चारी उच्चारी ॥ ५ ॥
सर्व जायाचें जायाचें । हरि नाम हेंचि साचें ॥ ६ ॥
विठोबा रक्षिल शेवटीं । उभा कर दोन्ही कटीं ॥ ७ ॥
नरहरी जाणूनि शेवटीं । संतचरणा घाली मिठी ॥ ८ ॥
Sakal dharmache karan| Namasmaran harikirtan ॥ १ ॥
Daya kshama samadhan | ghyave santache darshan ॥ 2 ॥
sant sang vegi | Vrutti jado pandurangi ॥ 3॥
nartanu yeyachi ba kada | Bhave bhaja sant pada ॥ 4 ॥
Bhulu naka ya sansari | Hari uchhari uchhari ॥ 5 ॥
Sarv jayache | Hari naam hechi sache ॥ 6 ॥
Vithhoba rakshil shevati | Ubha kar donhi kati ॥ 7 ॥
Narhari januni shevati | Santcharanaa ghali mithi ॥ 8 ॥
सूर्य असे गगनी । Surya ase gagani ▌♫▐
सूर्य असे गगनी । परी दिसतो जीवनी ॥ १ ॥
मेघ असतो अंबरीं । पाणी पडे भूमीवरी ॥ २ ॥
आकाशीं चंद्र तारांगण । बिंब दिसे पाण्यांतून ॥ ३ ॥
बिंब पाहतां दर्पणीं । बिंबे दिसे त्यांतुनी ॥ ४ ॥
आत्मा अनुभवीं पाहतां । देव दिसे हो तत्वतां ॥ ५ ॥
गुरु कृपा होय पूर्ण । नरहरी लंपट निशिदिन ॥ ६ ॥
Sury ase gagani | PAri disato Jivani ॥ १ ॥
Megh asato ambari | Pani pade bhuvari ॥ 2 ॥
Akashi chandra tarangan | Bimb dise panuatun ॥ 3 ॥
Bimb pahata darpani | Bimb dise tyatuni ॥ 4 ॥
Atma anubhavi pahata | Dev dise ho tatvataa ॥ 5 ॥
Guru krupa hoy purn | Narahari lampat nishidin ॥ 6 ॥
मेघ असतो अंबरीं । पाणी पडे भूमीवरी ॥ २ ॥
आकाशीं चंद्र तारांगण । बिंब दिसे पाण्यांतून ॥ ३ ॥
बिंब पाहतां दर्पणीं । बिंबे दिसे त्यांतुनी ॥ ४ ॥
आत्मा अनुभवीं पाहतां । देव दिसे हो तत्वतां ॥ ५ ॥
गुरु कृपा होय पूर्ण । नरहरी लंपट निशिदिन ॥ ६ ॥
Sury ase gagani | PAri disato Jivani ॥ १ ॥
Megh asato ambari | Pani pade bhuvari ॥ 2 ॥
Akashi chandra tarangan | Bimb dise panuatun ॥ 3 ॥
Bimb pahata darpani | Bimb dise tyatuni ॥ 4 ॥
Atma anubhavi pahata | Dev dise ho tatvataa ॥ 5 ॥
Guru krupa hoy purn | Narahari lampat nishidin ॥ 6 ॥
भोळा हा शंकर पुढें नंदीश्वर । Bhola ha shankar pudhe nandishwar ▌♫▐,
भोळा हा शंकर पुढें नंदीश्वर । तेथें मी पामर काय वर्णू ॥ १ ॥
भूषण जयाचें भुवना वेगळें । रुंडमाळा खेळे गळ्यामध्यें ॥ २ ॥
कर्पुरगौर भोळा सांब सदाशिव । भूषण धवल विभूतीचें ॥ ३ ॥
माथां जटाभार हातीं तो त्रिशूळ । श्वेत शंख बळें फुंकीतसे ॥ ४ ॥
भांग जो सेवूनी सदा नग्न बैसे । जटेंतूनि वाहे गंगाजळ ॥ ५ ॥
गोदडी घालूनी स्मशानीं जो राहे । पंच वस्त्र होय श्रेष्ठ भाग ॥ ६ ॥
नाम घेतां ज्याचे पाप ताप जाती । पापी उद्धरती क्षणमात्रें ॥ ७ ॥
नरहरी सोनार भक्ति प्रियकर । पार्वती शंकर ह्रदयीं ध्यातो ॥ ८ ॥
Bhola ha shankar pudhe nandishwar | Tethe Mi pamar kaay varnu ॥ १ ॥
Bhushan jayache bhuvanaa vegale | Rundmala khele galyamadhe ॥ 2 ॥
Karpurgoura bhola saamb sadashiv | Bhushan Dhaval vibhutiche ॥ 3 ॥
Matha jatabhar hati to trishul | Shwet Shankh bale fukitase ॥ 4 ॥
Bhang jo sevuni sada nagn biase | Jatetuni vaahe gangajal ॥ 5 ॥
Godadi ghaluni smashani jo rahe | Panch vastr hoy shreshth bhag ॥ 6 ॥
Naam gheta jyache paap taap jaati | Paapi udhharati kshanmatre ॥ 7 ॥
Narhari sonar bhakti priykar | Parvati shankar hrudayi dhyato ॥ 8 ॥
भूषण जयाचें भुवना वेगळें । रुंडमाळा खेळे गळ्यामध्यें ॥ २ ॥
कर्पुरगौर भोळा सांब सदाशिव । भूषण धवल विभूतीचें ॥ ३ ॥
माथां जटाभार हातीं तो त्रिशूळ । श्वेत शंख बळें फुंकीतसे ॥ ४ ॥
भांग जो सेवूनी सदा नग्न बैसे । जटेंतूनि वाहे गंगाजळ ॥ ५ ॥
गोदडी घालूनी स्मशानीं जो राहे । पंच वस्त्र होय श्रेष्ठ भाग ॥ ६ ॥
नाम घेतां ज्याचे पाप ताप जाती । पापी उद्धरती क्षणमात्रें ॥ ७ ॥
नरहरी सोनार भक्ति प्रियकर । पार्वती शंकर ह्रदयीं ध्यातो ॥ ८ ॥
Bhola ha shankar pudhe nandishwar | Tethe Mi pamar kaay varnu ॥ १ ॥
Bhushan jayache bhuvanaa vegale | Rundmala khele galyamadhe ॥ 2 ॥
Karpurgoura bhola saamb sadashiv | Bhushan Dhaval vibhutiche ॥ 3 ॥
Matha jatabhar hati to trishul | Shwet Shankh bale fukitase ॥ 4 ॥
Bhang jo sevuni sada nagn biase | Jatetuni vaahe gangajal ॥ 5 ॥
Godadi ghaluni smashani jo rahe | Panch vastr hoy shreshth bhag ॥ 6 ॥
Naam gheta jyache paap taap jaati | Paapi udhharati kshanmatre ॥ 7 ॥
Narhari sonar bhakti priykar | Parvati shankar hrudayi dhyato ॥ 8 ॥
देवा तुझा मी सोनार । Deva tuza mi sonar ▌♫▐
देवा तुझा मी सोनार । तुझे नामाचा व्यवहार ॥१॥
मनबुद्धीची कातरी । रामनाम सोनें चोरी ॥ 2 ॥
नरहरी सोनार हरीचा दास । भजन करी रात्रंदिवस ॥ 3॥
Deva tuza mi sonar | Tuze Namacha vyavahar ॥१॥
man budhhichi katari | Ram name sone chori ॥2॥
Narhari sonar haricha daas | Bhajan kari ratran divas ॥3॥
मनबुद्धीची कातरी । रामनाम सोनें चोरी ॥ 2 ॥
नरहरी सोनार हरीचा दास । भजन करी रात्रंदिवस ॥ 3॥
Deva tuza mi sonar | Tuze Namacha vyavahar ॥१॥
man budhhichi katari | Ram name sone chori ॥2॥
Narhari sonar haricha daas | Bhajan kari ratran divas ॥3॥
आजि सोनियाचा दिवस । Aaji soniyacha divas ▌♫▐
आजि सोनियाचा दिवस । दृष्टीं देखिलें संतांस ॥१॥
जीवा सुख झालें । माझें माहेर भेटलें ॥२॥
अवघा निरसला शीण । देखता संतचरण ॥३॥
आजि दिवाळी दसरा । सेना म्हणे आले घरा ॥४॥
Aaji soniyacha divas | drushti dekhile santans ॥१॥
Jiv sukh zale | Maze maher bhetale ॥2॥
Avagha nirasalaa Shin | Dekhata Santcharan ॥3॥
Aaji divali dasara | Sena mhane aale ghara ॥4॥
पंढरी नगरी दैवत श्रीहरी | Pandhari Nagari daivat shrihari ▌♫▐
पंढरी नगरी दैवत श्रीहरी । जाती वारकरी व्रतनेमें ॥१॥
आषाढी कार्तिकी महापर्वें थोर । भजनाचा गजर करिती तेथें ॥२॥
साधुसंत थोर पताकांचा भार । मुखीं तो उच्चार नामामृत ॥३॥
आनंदाचा काला गोपाळकाला केला । ह्रदयीं बिंबला नरहरी ॥४॥
Pandhari Nagari daivat shrihari | Jati Varakari vratnem ॥१॥
Aashadhi Kartiki maha parve thor | Bhajanacha gajar kariti tethe ॥2॥
Sadhusant thor patakancha bhar | Mukhi to uchhar namamrut ॥3॥
Anandacha kala gopal kala kela | Hrudayi bimbala narahari ॥4॥
आषाढी कार्तिकी महापर्वें थोर । भजनाचा गजर करिती तेथें ॥२॥
साधुसंत थोर पताकांचा भार । मुखीं तो उच्चार नामामृत ॥३॥
आनंदाचा काला गोपाळकाला केला । ह्रदयीं बिंबला नरहरी ॥४॥
Pandhari Nagari daivat shrihari | Jati Varakari vratnem ॥१॥
Aashadhi Kartiki maha parve thor | Bhajanacha gajar kariti tethe ॥2॥
Sadhusant thor patakancha bhar | Mukhi to uchhar namamrut ॥3॥
Anandacha kala gopal kala kela | Hrudayi bimbala narahari ॥4॥
चित्तार्या चितरे काढी भिंतीवरी | Chitarya Chitr kadhi bhintivari ▌♫▐
चित्तार्या चितरे काढी भिंतीवरी । तैसें जग सारे अवघे हें ॥ १ ॥
पोरें हो खेळती शेवटीं मोडिती । टाकूनियां जाती आपुल्या घरा ॥ २ ॥
तैसे जन सारे करिती संसार । मोहगुणें फार खरें म्हणती ॥ ३ ॥
कैसी जड माती चालविली युक्ति । नानापरी होती देह देवा ॥ ४ ॥
कांहीं साध्य करा साधुसंग धरा । नाम हें उच्चारा नरहरी म्हणे ॥ ५ ॥
Chitarya Chitr kadhi bhintivari| Taise jag saare avaghe he ॥ १ ॥
Pore ho khelati shevati moditi | Takuniya jatiapulya ghara ॥ 2 ॥
Taise jan saare kariti sansar | Mohgune far khare mhanati ॥ 3 ॥
Kaisi jad mati chalavili yukti | Nanapari hoti deh deva ॥ 4 ॥
Kahi sadhya kara saadhusang dhara | Nam he uchhara narahari mhane ॥ 5 ॥
पोरें हो खेळती शेवटीं मोडिती । टाकूनियां जाती आपुल्या घरा ॥ २ ॥
तैसे जन सारे करिती संसार । मोहगुणें फार खरें म्हणती ॥ ३ ॥
कैसी जड माती चालविली युक्ति । नानापरी होती देह देवा ॥ ४ ॥
कांहीं साध्य करा साधुसंग धरा । नाम हें उच्चारा नरहरी म्हणे ॥ ५ ॥
Chitarya Chitr kadhi bhintivari| Taise jag saare avaghe he ॥ १ ॥
Pore ho khelati shevati moditi | Takuniya jatiapulya ghara ॥ 2 ॥
Taise jan saare kariti sansar | Mohgune far khare mhanati ॥ 3 ॥
Kaisi jad mati chalavili yukti | Nanapari hoti deh deva ॥ 4 ॥
Kahi sadhya kara saadhusang dhara | Nam he uchhara narahari mhane ॥ 5 ॥
कृपाळु समर्था सद्गुरु | Krupalu Samartha sadguru ▌♫▐
कृपाळु समर्था सद्गुरु अनंता । गुरु कृपावंता दया करीं ॥ १ ॥
अनाथ अपराधी तारी हा भवाब्धी । मृगजळ नदी तारी देखा ॥ २ ॥
दीनाचा दयाळु भक्तांचा कनवाळु । करितां सांभाळु हरिभक्ताचा ॥ ३ ॥
हरिनाम उच्चारी देव कृपा करी । भक्तांचा कैवारी पांडुरंग ॥ ४ ॥
कृपाळु भगवंते पुरविला हेत । मुखीं नामामृत नरहरी ॥ ५ ॥
Krupalu Samartha sadguru ananta | Guru krupavanta daya kari ॥ १ ॥
Anath Aparadhi Tari ha bhavaabdhi | Mrugjal nadi tari dekha॥ 2 ॥
Dinacha dayalu bhaktancha kanvalu | Karisi Sambhalu haribhaktacha ॥ 3 ॥
Harinaam uchhari dev krupa kari | Bhaktacha kaivari pandurang ॥ 4॥
Krupalu bhagavante puravila het | Mukhi namamrut narhari ॥ 5 ॥
अनाथ अपराधी तारी हा भवाब्धी । मृगजळ नदी तारी देखा ॥ २ ॥
दीनाचा दयाळु भक्तांचा कनवाळु । करितां सांभाळु हरिभक्ताचा ॥ ३ ॥
हरिनाम उच्चारी देव कृपा करी । भक्तांचा कैवारी पांडुरंग ॥ ४ ॥
कृपाळु भगवंते पुरविला हेत । मुखीं नामामृत नरहरी ॥ ५ ॥
Krupalu Samartha sadguru ananta | Guru krupavanta daya kari ॥ १ ॥
Anath Aparadhi Tari ha bhavaabdhi | Mrugjal nadi tari dekha॥ 2 ॥
Dinacha dayalu bhaktancha kanvalu | Karisi Sambhalu haribhaktacha ॥ 3 ॥
Harinaam uchhari dev krupa kari | Bhaktacha kaivari pandurang ॥ 4॥
Krupalu bhagavante puravila het | Mukhi namamrut narhari ॥ 5 ॥
शरीराची होय माती । Sharirachi hoy mati ▌♫ ▐
शरीराची होय माती । कोणी न येती सांगाती ॥१॥
सारी अवघीं कामें खोटी । अंतीं जाणें मसणवटी ॥२॥
गोत घरें टाकुन सारी । शेवटीं गांवाचे बाहेरी ॥३॥
स्वजन आणि गणगोत । उपाय नाहीं हो चालत ॥४॥
ऐसें स्वप्नवत असार । नरहरी जोडितसे कर ॥५॥
Sharirachi hoy mati | koni n yeti sangati ॥१॥
Saari Avaghi Kame Khoti | Anti Jane Masanvaati ॥2॥
got ghare takun sari | Shevati Gavache Baheri ॥3॥
Svajan Aani Gangot | Upay Nahi Ho Chalat ॥4॥
Aise swapnvat asaar | Narahari Joditase kar ॥5॥
सारी अवघीं कामें खोटी । अंतीं जाणें मसणवटी ॥२॥
गोत घरें टाकुन सारी । शेवटीं गांवाचे बाहेरी ॥३॥
स्वजन आणि गणगोत । उपाय नाहीं हो चालत ॥४॥
ऐसें स्वप्नवत असार । नरहरी जोडितसे कर ॥५॥
Sharirachi hoy mati | koni n yeti sangati ॥१॥
Saari Avaghi Kame Khoti | Anti Jane Masanvaati ॥2॥
got ghare takun sari | Shevati Gavache Baheri ॥3॥
Svajan Aani Gangot | Upay Nahi Ho Chalat ॥4॥
Aise swapnvat asaar | Narahari Joditase kar ॥5॥
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- || रूप पाहता लोचनी || - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- || सुंदर ते ध्यान उभे विटेवरी || - संत तुकाराम ▌♫▐
- ॐकार प्रधान रूप गणेशाचे - संत तुकाराम ▌♫▐
- ॐकारस्वरुपा सदगुरु समर्था - संत एकनाथ ▌♫▐
- अकार उकार मकार करिती हा विचार - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- अकार उकार मकार योगीयांची स्थिती - संत एकनाथ ▌♫▐
- अखंड जया तुझी प्रीती - संत तुकाराम ▌♫▐
- अखंड वाचे नाम तया न बाधी क्रोध काम - संत एकनाथ ▌♫▐
- अगा वैकुंठींच्या राया - संत कान्होपात्रा ▌♫▐
- अंगीकार ज्याचा केला नारायणे । संत तुकाराम ▌♫▐
- अग्नी जाळी तरी न जळती पांडव। संत नामदेव ▌♫ ▐
- अंतरीचा भाव जाणोनिया - संत तुकाराम ▌♫▐
- अद्वय आनंद तो हा - संत भानुदास ▌♫▐
- अधिक देखणे तरी निरंजन पाहणे - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- अनंत जुगाचा देव्हारा - संत तुकाराम ▌♫▐
- अनंत ब्रम्हांडे उदरी - संत तुकाराम ▌♫▐
- अनाथाचा नाथ दीनाचा - संत नामदेव▌♫▐
- अबीर गुलाल उधळीत रंग - संत चोखामेळा ▌♫▐
- अभंगवाणी
- अमुचे हे धन विठ्ठलाचे नाम - संत तुकाराम▌♫▐
- अमृताची फळे अमृताची वेली - संत तुकाराम ▌♫▐
- अमृताहुनि गोड नाम - संत नामदेव ▌♫▐
- अर्पुनिया देवा भावाचे मोदक - संत एकनाथ ▌♫▐
- अलंकपुरासी पांडुरंग गेले - संत नामदेव ▌♫▐
- अवघाची संसार सुखाचा करीन - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- अवचिता परिमळू - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- अवधूत निराकारी तयाची ▌♫▐
- आकल्प आयुष्य व्हावे तया कुळा- संत नामदेव ▌♫▐
- आजि आनंदु रे एकी - संत तुकाराम ▌♫▐
- आजि संसार सुफ़ळ झाला गे माये - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- आजि सोनियाचा दिनु | संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- आजि सोनियाचा दिवस | संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- आतां उशीर कां स्वामी - संत तुकाराम ▌♫▐
- आता कोठे धावे मन - संत तुकाराम ▌♫▐
- आतां तरी पुढें हाचि - संत तुकाराम ▌♫▐
- आता माझी चिता तुज नारायणा - संत नामदेव ▌♫▐
- आतां होणार तें होवो पंढरीनाथा - संत नामदेव ▌♫▐
- आत्मज्ञानें बिंबलें हृदयी - संत एकनाथ ▌♫▐
- आधी मन घेई हाती - संत तुकाराम ▌♫▐
- आधी रचिली पंढरी- संत नामदेव ▌♫▐
- आनंद अद्वय नित्य निरामय - संत तुकाराम ▌♫▐
- आनंदाची दिवाळी - संत जनाबाई ▌♫▐
- आनुहातीं गुंतला नेणे - संत तुकाराम▌♫▐
- आपुलिया बळे नाही मी बोलत - संत तुकाराम ▌♫▐
- आमची माळीयाची जात | संत सावतामाळी ▌♫▐
- आमुचि मिरास पंढरी - संत तुकाराम ▌♫▐
- आमुचे कुळींचे दैवत - संत एकनाथ ▌♫▐
- आम्हां घरी धन शब्दाची रत्ने - संत तुकाराम ▌♫▐
- आम्हा देणे धरा सांगतो ते कानी - संत तुकाराम ▌♫▐
- आम्हा व्रत एकादशी | संत नामदेव ▌♫ ▐
- आम्ही काय कुणाचे खातो - समर्थ रामदास ▌♫▐
- आम्ही चकॊर हरि चंद्रमा - संत निवृत्तीनाथ ▌♫▐
- आम्ही जातो तुम्ही - संत तुकाराम ▌♫▐
- आम्ही तेणे सुखी - संत तुकाराम ▌♫▐
- आम्ही देहाचे केले दुकान - संत नामदेव ▌♫▐
- आम्ही नामाचे धारक - संत तुकाराम ▌♫▐
- आम्ही वारीक वारीक - संत तुकाराम ▌♫▐
- आम्ही विठोबाचे दूत - संत नामदेव ▌♫▐
- आम्ही वैकुंठवासी - संत तुकाराम ▌♫▐
- आरंभी आवडी आदरे - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- आळंदी हे गाव पुण्यभूमी ठाव - संत नामदेव ▌♫▐
- आवडे देवासी तो ऐका प्रकार - संत एकनाथ ▌♫▐
- आवडे पंढरी भीमा - संत तुकाराम ▌♫▐
- आवडे हे रूप - संत तुकाराम ▌♫▐
- आशा हे समूळ - संत तुकाराम▌♫▐
- आषाढी पर्वकाळ - संत एकनाथ ▌♫▐
- इवलेसे रोप लावियेलें द्वारी - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- उठता बैसता चालता बोलता | ▌♫▐
- उडाली पक्षिणी गेली - संत नामदेव ▌♫▐
- उदंड पाहिले उदंड ऐकिले - संत तुकाराम ▌♫▐
- उदार तुम्ही संत मायबाप - संत सेना न्हावी ▌♫▐
- उभारिला ध्वज तिही लोकावरी - संत निळोबा ▌♫ ▐
- उलट उलट माघारा गडीया - संत मुक्ताबाई ▌♫▐
- ऊस डोंगा परी रस नोहे डोंगा - संत चोखामेळा ▌♫▐
- एक तत्त्व नाम दृढ धरी मना - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- एकादशी व्रत सोमवार न करिती - संत तुकाराम ▌♫▐
- ऐका हो नामयाचा जन्म - संत जनाबाई ▌♫▐
- ऐसा पुत्र देई संता - संत जनाबाई ▌♫▐
- ऐसी जगाची माऊली - संत एकनाथ ▌♫▐
- कमोदिनी काय जाणे - संत तुकाराम ▌♫▐
- का रे जन्मली ही काया - संत एकनाथ ▌♫▐
- कानडा विठ्ठल विटेवरी - संत एकनाथ ▌♫▐
- काय त्यांचा महिमा वाणू वारंवार संत निळोबा ▌♫▐
- काय माझा आतां पाहतोसी अंत - संत नामदेव ▌♫▐
- काय सांगों देवा ज्ञानोबाची ख्याती- संत नामदेव ▌♫▐
- काया ही पंढरी आत्मा हा विठ्ठल - संत एकनाथ ▌♫▐
- कासियाने पूजा करू केशीराजा - संत तुकाराम ▌♫▐
- कृपा करी पंढरीनाथा - संत नरहरी ▌♫▐
- कृपाळु समर्था सद्गुरु - संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- कृपाळू उदार माझा ज्ञानेश्वर - संत एकनाथ ▌♫▐
- कृपाळू सज्जन तुम्ही | संत तुकाराम ▌♫▐
- कृष्ण माझी माता - संत तुकाराम ▌♫▐
- केली सीताशुद्धी - संत तुकाराम ▌♫▐
- केशवा माधवा गोविंदा गोपाळ - संत नामदेव ▌♫▐
- कैवारी हनुमान आमुचा - समर्थ रामदास ▌♫▐
- कोठे गुंतलासी द्वारकेच्या राया - संत तुकाराम▌♫▐
- कोण आम्हां पुसे सिणले - संत तुकाराम ▌♫▐
- कोणाचे हे घर हा देह कोणाचा - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- कोणे गांवीं आहे - संत तुकाराम ▌♫ ▐
- क्षणोक्षणा हा चि करावा विचार - संत तुकाराम ▌♫ ▐
- खांद्यावरी पावा कस्तुरीचा टिळा - संत नामदेव ▌♫▐
- खेळ मांडिला लगोरी - संत एकनाथ ▌♫▐
- गणपती अभंग
- गणराया लवकर येई - संत तुकाराम ▌♫▐
- गरूड आकाशी झळकला - संत तुकडोजी ▌♫▐
- गातो भाव नाही अंगी - संत तुकाराम▌♫▐
- गुंतला भ्रमर कमळिणी-कोश▌♫▐
- गुळ सांडुनि गोडी - संत तुकाराम ▌♫▐
- गोणाई राजाई दोघी सासू सुना - संत जनाबाई ▌♫▐
- गोविंद मना लागलिया छंद - संत तुकाराम ▌♫▐
- गोविंदाचे गुण वेधीले | संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- गौळणी
- गौळणी - अधरी धरूनि वेणु - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - अहा रे सांवळीया |संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - आई कुणाचे ऐकू नको गे - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - आवरी आवरी आपुला कान्हा - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - ऐक सखये बाई - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - कशी जाऊं मी वॄंदावना - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - कान्हया रे जगजेठी - संत तुकाराम ▌♫▐
- गौळणी - कान्होबा तुझी घोंगडी - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- गौळणी - कान्होबा निवडी आपुली - संत नामदेव ▌♫▐
- गौळणी - काय करावे हरीला ▌♫▐
- गौळणी - कृष्णमूर्ती होय गे - संत एकनाथ ▌♫ ▐
- गौळणी - कृष्णा तुझी मुरली ती - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - कृष्णाला भुलविले गोपीने - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - कृष्णे वेधिली विरहिणी - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- गौळणी - कोणी एकी भुलली नारी - संत तुकाराम ▌♫▐
- गौळणी - खांद्यावरे कांबळी हातामधी - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - खेळे भोवरा ग राधिकेचा नवरा - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - गडयानो राजा की रे झाला - संत नामदेव ▌♫▐
- गौळणी - गेलिया वृंदावना तेथे - संत नामदेव ▌♫▐
- गौळणी - गोकुळाला बाई गोकुळाला - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - गोकुळी जे शोभले - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - गोकुळीच्या सुखा - संत तुकाराम ▌♫▐
- गौळणी - गोधने चाराया जातो - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - गौळणी गाऱ्हाणे सांगती - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - गौळणी बांधिती धारणासि - संत तुकाराम ▌♫▐
- गौळणी - घुम घुम करिती डेरे घुमत - संत नामदेव ▌♫▐
- गौळणी - जाऊ दे रे कमलनयना - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - जाऊ दे रे मला मथुरेला - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - डोईचा पदर आला - संत जनाबाई ▌♫▐
- गौळणी - तळवे तळहात टेकीत - ▌♫▐
- गौळणी - तू खाय बा साखर लोणी - संत भानुदास - ▌♫▐
- गौळणी - दुडीवरी दुडी गौळणी - संत एकनाथ▌♫▐
- गौळणी - देवाचा देव ठकडा - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - देहुडा चरणी वाजवितो वेणु - संत नामदेव ▌♫▐
- गौळणी - परब्रम्ह निष्काम तो हा - संत नामदेव ▌♫▐
- गौळणी - परब्रह्म सांवळा खेळे - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - पाणीयासी कैसी - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - पाहिला नंदाचा नंदन - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - फिरारे माघारा जरा थांब - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - भुलविले वेणुनादे - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - मनमोहन मुरलीवाला । संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - मस्तकी ठेवोनिया डेरा - संत नामदेव ♫▐
- गौळणी - माझा कृष्ण देखिला काय - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - माझे अचडे छकुडे - संत जनाबाई ▌♫▐
- गौळणी - रात्र काळी घागर काळी - संत नामदेव ▌♫▐
- गौळणी - वारियाने कुंडल हाले - संत एकनाथ ▌♫▐
- गौळणी - वृंदावनी वेणु कवणाचा - संत भानुदास▌♫▐
- गौळणी - वैकुंठीचा हरी तान्हा | संत जनाबाई ▌♫▐
- गौळणी - सुंदर घन निळा सावळा - संत तुकाराम ▌♫▐
- गौळणी - हरपली सत्ता मुराली वासना ▌♫▐
- गौळणी - हरिनें माझें हरिलें चित्त - संत तुकाराम▌♫▐
- घातली रांगोळी-समर्थ रामदास ▌♫▐
- घेई घेई माझे वाचे - संत तुकाराम ▌♫▐
- घेता नाम विठोबाचे - संत सेना न्हावी ▌♫▐
- घोटवीन लाळ ब्रम्हज्ञान्या हाती - संत तुकाराम ▌♫▐
- चतुर्भुज मूर्ति लावण्य रुपड़े - संत भानुदास ▌♫▐
- चला आळंदीला जाऊ । संत तुकाराम ▌♫▐
- चार युगामाजी पावन - संत भानुदास ▌♫▐
- चिंतामणिदेवा गणपतीसी आणा | संत तुकाराम ▌♫▐
- चित्त शुद्ध तरी शत्रु मित्र होती - संत तुकाराम ▌♫▐
- चित्तार्या चितरे काढी - संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- चित्री सूर्यबिंब कादु - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- चोखामेळा संत भला - संत जनाबाई ▌♫▐
- जगी ऐसा बाप व्हावा - संत तुकाराम ▌♫▐
- जन विजन झाले आम्हा - संत तुकाराम ▌♫▐
- जननिये जिवलगे येवो पांडुरंगे - संत नामदेव ▌♫▐
- जनार्दनाचा गुरु हो - संत एकनाथ ▌♫▐
- जनी जाय पाणीयासी - संत जनाबाई ▌♫▐
- जन्मासी येऊनी पहारे पंढरी । संत सेना न्हावी ▌♫▐
- जन्मो-जन्मीचे संचित । संत तुकाराम ▌♫▐
- जयाचिये दारी सोन्याचा - संत तुकाराम ▌♫▐
- जळे माझी काया लागला - संत तुकाराम ▌♫▐
- जळो माझे कर्म वाया केली कटकट । संत तुकाराम ▌♫▐
- जा रे तुम्ही पंढरपुरा - संत तुकाराम ▌♫▐
- जाऊ देवाचिया गावा - संत तुकाराम ▌♫▐
- जागृती पुसे साजणी - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- जात्याच्या मुखी घालीते - संत जनाबाई ▌♫▐
- जाय जाय तूं पंढरी - संत तुकाराम ▌♫▐
- जीव तूं प्राण तू - संत नामदेव ▌♫▐
- जे का रंजले गांजले - संत तुकाराम ▌♫▐
- जे जे घडेल ते ते घडो - संत नामदेव ▌♫▐
- जोडोनिया धन उत्तम वेव्हारे - संत तुकाराम ▌♫▐
- ज्ञानदेव गुरु ज्ञानदेव तारू | संत सेना न्हावी ▌♫▐
- ज्ञानाचा सागर - संत जनाबाई ▌♫▐
- ज्या सुखा कारणे - संत एकनाथ ▌♫▐
- ज्याचा सखा हरी - संत जनाबाई ▌♫▐
- झणी दृष्टी लागो सगुणपणा । | संत नामदेव ▌♫ ▐
- झाडलोट करी जनी - संत जनाबाई ▌♫▐
- झाली कीर्तनाची दाटी | संत निळोबा ▌♫▐
- टाळी वाजवावी गुढी उभारावी - संत चोखामेळा ▌♫ ▐
- ठाकलोसे द्वारी - संत तुकाराम ▌♫▐
- तिर्थी धोंडा पाणी - संत तुकाराम ▌♫▐
- तुं माझा स्वामी मी तुझा रंक - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- तुकाराम नाम घेता कापे यम ▌♫▐
- तुजविण कोणा शरण जाऊ - संत तुकाराम ▌♫▐
- तुझा माझा देवा का रे वैराकार - संत नामदेव ▌♫▐
- तुझिये निढळीं कोटि चंद्र - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- तुझी आण वाहीन गा देवराया - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- तुझी सेवा करीन मनोभावें वो - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- तुझे भेटीविण जाती - संत नामदेव ▌♫▐
- तुम बिन मेरी - संत मीराबाई▌♫▐
- तुमचा प्रसाद लाभला मस्तकी - संत एकनाथ ▌♫▐
- तुळशीचे बनी जनी उकलीत वेणी - संत जनाबाई ▌♫▐
- तू कृपाळू माउली - संत तुकाराम
- तू माझी जननी - संत नामदेव ▌♫▐
- तूं माझी माउली मी बो तुझा तान्हा - संत नामदेव ▌♫▐
- त्रिभुवनी उदार भोळा राजा श्रीशंकर - संत एकनाथ▌♫▐
- त्रिशुळावरी काशीपुरी - संत एकनाथ ▌♫▐
- थोर प्रेमाचा भुकेला - संत तुकाराम ▌♫▐
- दत्त माझा दीनानाथ । संत एकनाथ ▌♫▐
- दशमी व्रताचा आरंभु - संत एकनाथ ▌♫▐
- दुरुनि आलो तुझिया भेटी - संत नामदेव ▌♫▐
- देखिताचि रूप विटेवरी - संत भानुदास ▌♫▐
- देखिले तुमचे चरण - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- देखोनिया तुझ्या रूपाचा आकार - संत तुकाराम ▌♫▐
- देखोनिया पंढरपूर - संत भानुदास ▌♫▐
- देव गजानन कृपेचा सागर - संत नामदेव ▌♫▐
- देव घरा आला - संत निळोबा ▌♫▐
- देव तिळी आला - संत तुकाराम ▌♫▐
- देव निवृत्ति यांनी धरिले दोन्ही कर | संत नामदेव ▌♫ ▐
- देव शिवाचा अवतार - समर्थ रामदास ▌♫▐
- देवा तुझा मी सोनार | संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- देवा माझे मन लागो - संत एकनाथ ▌♫▐
- देवाचिये द्वारी उभा क्षणभरी - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- देवाच्या प्रसादे - संत तुकाराम ▌♫▐
- देही देखिली पंढरी - संत चोखामेळा ▌♫▐
- द्वारकेचि मूर्ती एकनाथा घरी - संत निळोबा ▌♫▐
- धन्य आज दिन - संत तुकाराम▌♫▐
- धन्य आजी दिन संत दर्शनाचा - संत एकनाथ ▌♫▐
- धन्य इंद्रायणी पिंपळाचा पार - संत नामदेव ▌♫▐
- धन्य ते भाग्याचे - संत एकनाथ ▌♫▐
- धन्य धन्य जन्म ज्याचा - संत एकनाथ ▌♫▐
- धन्य धन्य नामदेवा - संत चोखामेळा ▌♫▐
- धरी अवतार विश्व तारावया - संत एकनाथ ▌♫▐
- धरीरे मना तू विश्वास या नामी - संत नामदेव ▌♫▐
- धरीला पंढरीचा चोर | संत जनाबाई ▌♫▐
- धर्माची तूं मूर्ती - संत तुकाराम ▌♫▐
- धर्माचे पालन करणे पाखंड खंडण - संत तुकाराम ▌♫▐
- धाव धाव गरुडध्वजा - संत तुकाराम ▌♫▐
- न लगे हे मज तुझे ब्रम्हज्ञान - संत तुकाराम ▌♫▐
- नको नको मना गुंतू मायाजळी - संत तुकाराम▌♫▐
- नमिला गणपती - संत तुकाराम ▌♫▐
- नमो ज्ञानेश्र्वरा नमो ज्ञानेश्र्वरा - संत निळोबा ▌♫▐
- नवल देखिले कृष्णरुपी बिंब - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- नाम घेता उठाउठी - संत तुकाराम▌♫▐
- नाम घेता वाया गेला - संत तुकाराम ▌♫▐
- नाम घेताम भगवंताचे - संत नामदेव ▌♫▐
- नाम तुझे बरवे गा शंकरा - संत नामदेव ▌♫▐
- नाम तेचि रुप रुप तेचि नाम - संत नामदेव ▌♫▐
- नाम पावन तिही लोकी - संत एकनाथ ▌♫▐
- नाम फुकाचे फुकाचे - संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- नाशवंत देह नासेल हा जाणा - संत तुकाराम ▌♫▐
- नाही उरली वसना | संत चोखामेळा ▌♫▐
- नाही केली तुझी सेवा | संत जनाबाई ▌♫▐
- निर्गुणाचे भेटी आलो - संत गोरा कुंभार ▌♫▐
- पक्षिणी प्रभाति चारियासी- संत नामदेव ▌♫▐
- पक्षी अंगणी उतरती - संत एकनाथ ▌♫▐
- पक्षी अंगणी उतरती - संत एकनाथ ▌♫▐
- पक्षी जाय दिगंतरा - संत जनाबाई ▌♫▐
- पढंरिची वारी करील जो कोणी । संत नामदेव ▌♫ ▐
- पंढरी नगरी दैवत श्रीहरी - संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- पंढरीचा देव बहुत कोवळा - संत नामदेव ▌♫▐
- पंढरीचा राजा उभा भक्तकाजा - संत नामदेव ▌♫▐
- पंढरीचा वास चंद्रभागे स्नान - .संत नामदेव ▌♫▐
- पंढरीची वारी जयाचिये कुळी । संत नामदेव ▌♫ ▐
- पंढरीचे भूत मोठे - संत तुकाराम ▌♫▐
- पंढरीच्या राय - संत जनाबाई ▌♫▐
- पंढरीसी जारे आल्यानो - संत तुकाराम ▌♫▐
- पंधरा दिवसा एक एकादशी | संत तुकाराम ▌♫▐
- पराविया नारी माउलीसमान - संत तुकाराम ▌♫▐
- परिमळाची धांव - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- परीमळाची धाव भ्रमर ओढी - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- पहा ते पांडव अखंड वनवासी - संत तुकाराम ▌♫▐
- पांडुरंग कांती - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- पापांची संचिते देहासी दंडण - संत तुकाराम ▌♫▐
- पावलो पंढरी वैकुंठभवन - ▌♫▐
- पाहतां श्रीमुख सुखावलें सुख । संत तुकाराम ▌♫▐
- पाहू द्या रे मज - संत नामदेव ▌♫▐
- पिंड घारीने झडपिला - संत नामदेव ▌♫▐
- पुढे ज्ञानेश्वर जोडोनिया कर - संत नामदेव ▌♫▐
- पुण्यवंत व्हावे घेता सज्जनांची नावे - संत तुकाराम ▌♫▐
- पूर्व पुण्य असे जयाचिये पदरी | संत तुकाराम ▌♫▐
- पैल आले हरि । संत तुकाराम ▌♫▐
- प्राण समर्पिला आम्ही - संत तुकाराम ▌♫▐
- प्रेम अमृताची धार - संत तुकाराम ▌♫▐
- बरवा वो हरि बरवा वो - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- बोलावा विठ्ठल पहावा विठ्ठल - संत तुकाराम▌♫▐
- बोलिले लेकुरे वेडी वाकुडी - संत तुकाराम ▌♫▐
- ब्रह्ममूर्ति संत जगी अवतरले - संत नामदेव ▌♫▐
- भक्त ऎसे जाणां जे देही - संत तुकाराम ▌♫▐
- भजू एका विठोबास - संत नामदेव▌♫▐
- भस्म उटी रुंडमाळा | संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- भाग्यवंता घरी भजन कीर्तन - संत चोखामेळा ▌♫▐
- भाग्याचे भाग्य धन्य ते संसारी - संत तुकाराम ▌♫▐
- भाबांवसी कां रे माझे - संत भानुदास
- भाव धरुनियां वाची ज्ञानेश्वरी - संत एकनाथ ▌♫▐
- भाविकासाठीं उभा - संत भानुदास ▌♫▐
- भावे करा रे भजन - संत एकनाथ ▌♫▐
- भेटसी केधवा माझिया जिवलगा - संत नामदेव ▌♫▐
- भेटी लागी जीवा - संत तुकाराम ▌♫▐
- भोळा हा शंकर पुढें नंदीश्वर | संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- भ्रम धरीसी या देहाचा - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- मंगल कर मंगल देवा - संत तुकडोजी ▌♫▐
- मन रामी रंगले - संत एकनाथ ▌♫▐
- मन हे राम झाले - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- मस्तक माझे पायांवरी - संत निळोबा ▌♫▐
- मागणे हेचि माझे देवा । संत एकनाथ ▌♫▐
- माझा देव पांडुरंग - संत कान्होपात्रा ▌♫▐
- माझा शिण भाग अवघा हरपला - संत चोखामेळा ▌♫▐
- माझी करुणा ऐका देवा - संत तुकाराम ▌♫▐
- माझी देवपूजा पाय तुझे ▌♫▐
- माझी रेणुका माऊली - संत नामदेव ▌♫▐
- माझे माहेर पंढरी - संत एकनाथ ▌♫▐
- माझे माहेर पंढरी विठ्ठल उभा - संत एकनाथ ▌♫▐
- माझ्या जीवीची आवडी - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- माझ्या वडिलांची मिरासी - संत तुकाराम ▌♫▐
- माझ्या वडिलांचे दैवत - संत एकनाथ ▌♫▐
- मी अवगुणी अन्यायी - संत तुकाराम ▌♫▐
- मी गातो नाचतो आनंदे - संत तुकाराम ▌♫▐
- मुंगी उडाली आकाशी - संत मुक्ताबाई ▌♫▐
- या पंढरीचे सुख पाहतां डोळा - संत एकनाथ ▌♫▐
- या रे नाचुं प्रेमानंदे रामनामचेनि छंदे - संत एकनाथ ▌♫▐
- या रे नाचू प्रेमानांदे विठ्ठल - संत नामदेव ▌♫▐
- या रे हरिदासानो जिंको कळिकाळ। संत तुकाराम ▌♫▐
- याजसाठी केला होता अट्टाहास - संत तुकाराम ▌♫▐
- यातीकुळ गेले माझे हरपोनी - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- ये साते आलिया वोळंगा सारंगधरु - संत ज्ञानेश्वर
- ये हंसावरती बसून ▌♫▐
- येई गा तु मायबापा पंढरीच्या राया - संत तुकाराम ▌♫▐
- येई वो येई वो येई धांवोनिया - संत तुकाराम ▌♫▐
- येई हो विठ्ठले भक्तजनवत्सले - संत नामदेव ▌♫▐
- येथे का रे उभा श्रीरामा - समर्थ रामदास ▌♫ ▐
- योगियां दुर्लभ तो म्यां देखिला साजणी - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- रंगा येई वो येई - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- राजस सुकुमार मदनाचा - संत तुकाराम ▌♫ ▐
- राम गावा राम घ्यावा - समर्थ रामदास ▌♫▐
- राम नामाचा महिमा - संत तुकडोजी ▌♫▐
- राम होउनी राम गा रे - माणिकप्रभू ▌♫▐
- राहो आता हेचि ध्यान - संत तुकाराम ▌♫▐
- रुणुझुणु रुणुझुणु रे भ्रमरा - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- रुप सावळें सुकुमार - संत एकनाथ ▌♫▐
- रुपे श्यामसुंदर निलोत्पल गाभा । संत नामदेव ▌♫ ▐
- रूपी गुंतले लोचन - संत तुकाराम ▌♫▐
- लंबोदर गिरीजा नंदना देवा - संत एकनाथ ▌♫▐
- लंबोदरा तुझा शोभे शुंडादंड- संत नामदेव ▌♫▐
- लहानपण दे गा देवा - संत तुकाराम ▌♫▐
- लावण्य रुपड़े पहा डोळेभरी - संत भानुदास ▌♫▐
- लावण्याचा गाभा त्रैलोक्याची शोभा - संत चोखामेळा |
- वर्णावी ती थोरी एका सदगुरुंची - संत एकनाथ ▌♫▐
- वर्णावी ते थोरी एका विठ्ठलाची - संत तुकाराम ▌♫▐
- वाचावी ज्ञानेश्वरी । संत जनाबाई ▌♫▐
- वाचे म्हणता गंगा गंगा - संत नामदेव ▌♫▐
- वाचे विठ्ठल गाईनवाचण्याचे - संत तुकडोजी ▌♫▐
- वारकरी पंढरीचा - संत एकनाथ▌♫▐
- वाराणसी गया पाहिली द्वारका - संत तुकाराम ▌♫▐
- वाराणसी यात्रे जाईन
- विठठलाचे नाम जे माऊलिचे ओठी - संत नामदेव▌♫▐
- विठ्ठल आमुचे सुखाचे जीवन - संत नामदेव
- विठ्ठल आवडी प्रेमभावो । संत नामदेव ▌♫ ▐
- विठ्ठल माझा जीव - संत तुकाराम▌♫▐
- विठ्ठल विठ्ठल गजरी - संत चोखामेळा |
- विठ्ठल विठ्ठल येणे छंदे - संत तुकाराम ▌♫▐
- विठ्ठल सोयरा सज्जन सांगाती - संत तुकाराम ▌♫▐
- विठ्ठला कंठ आळवितां फुटला - संत तुकाराम ▌♫▐
- विठ्ठला रे तूं उदाराचा राव । संत तुकाराम ▌♫▐
- विष्णुमय जग वैष्णवांचा धर्म - संत तुकाराम ▌♫▐
- विष्णूचा अवतार - संत सेना न्हावी ▌♫▐
- विसांवा विठ्ठल सुखाची साउली - संत नामदेव ▌♫▐
- वेढा वेढा रे पंढरी - संत तुकाराम ▌♫▐
- वेदासी कानडा श्रुतीसी कानडा - संत नामदेव ▌♫▐
- वैकुंठ पंढरी भिंवरेचे तीरी - संत चोखामेळा ▌♫▐
- वैष्णवा संगती सुख वाटे जीवा - संत तुकाराम ▌♫▐
- शरण जाऊ कोणासी | संत सेना न्हावी ▌♫▐
- शरण जाता रमावरा ▌♫ ▐
- शरण शरण एकनाथ - ▌♫▐
- शरण शरण हनुमंता - संत तुकाराम ▌♫▐
- शरीराची होय माती - संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- शारदे जय हंसवाहिनी ▌♫▐
- शिव शिव अक्षरें दोन - संत एकनाथ ▌♫▐
- शिवनाम उच्चारा - संत एकनाथ ▌♫▐
- शेवटची विनवणी । संत तुकाराम ▌♫▐
- श्री ज्ञानदेवा चरणीसंत एकनाथ ▌♫▐
- श्री पंढरीशा पतितपावना - संत तुकाराम ▌♫▐
- श्रीगुरुसारिखा असता - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- श्रीज्ञानराजे केला उपकार - संत सेना न्हावी ▌♫▐
- सकळ तीर्थाहूनि - संत तुकाराम ▌♫▐
- सकळ धर्माचे कारण । संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- संत नामदेव
- संतचरणरज लागतां सहज - संत तुकाराम ▌♫▐
- संतभार पंढरीत - संत जनाबाई ▌♫▐
- संतांचिया गांवी प्रेमाचा सुकाळ - संत तुकाराम ▌♫▐
- सत्य ज्योतिलिंग बारा | संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- सत्वर पाव गे मला - संत एकनाथ ▌♫▐
- सदगुरु वाचोनी सापडेना सोय - संत तुकाराम ▌♫▐
- सदगुरू कृपेने उजळला दीप - संत नामदेव ▌♫▐
- सदा माझे डोळे - संत तुकाराम▌♫▐
- सर्व सुखाची लहरी - संत एकनाथ ▌♫▐
- सर्वत्र ठावे परब्रह्म - संत एकनाथ ▌♫▐
- संसाराचे अंगी अवघी - संत तुकाराम ▌♫▐
- सांग पांडुरंगा मज हा - संत तुकाराम ▌♫▐
- सांगतो तरि तुम्ही भजा रे विठ्ठला - संत तुकाराम ▌♫▐
- सात पांच तीन दशकांचा मेळा - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- साधनांत सोपे नाम हे केवळ | संत नामदेव ▌♫ ▐
- सुख अनुपम संतांचे चरणी - संत चोखामेळा ▌♫▐
- सुखसागर आपण व्हावे - संत मुक्ताबाई ▌♫▐
- सुखाचें हे सुख श्रीहरी मुख - संत नामदेव ▌♫▐
- सुखालागीं करिसी तळमळ - संत नामदेव ▌♫▐
- सुंदर ते ध्यान बैसे सिंहासनी
- सुंदर माझे जाते गे - संत जनाबाई ▌♫▐
- सुंदर स्वरूप आजि पाहिले - संत तुकडोजी ▌♫▐
- सुवर्ण आणि परिमळ - संत नामदेव ▌♫▐
- सूर्य असे गगनी । संत नरहरी सोनार ▌♫▐
- सेवितो हा रस वाटितो आणिका - संत तुकाराम ▌♫▐
- सोनयाचा दिवस आजि - संत ज्ञानेश्वर ▌♫▐
- हनुमंत अभंग
- हनुमंत महाबळी । संत तुकाराम ▌♫▐
- हरि बोला नाहि तरी - संत एकनाथ ▌♫▐
- हाती नाही बळ दारी नाही आड ▌♫ ▐
- हेचि थोर भक्ति आवडते देवा - संत तुकाराम ▌♫▐
- हेचि देवा पै मागत । संत नामदेव ▌♫ ▐
- हेचि देवांचे भजन - संत जनाबाई ▌♫▐
- होईल भिकारी - संत तुकाराम ▌♫▐
- होय वारकरी - संत तुकाराम ▌♫▐