आमुचे कुळींचे दैवत | Amuche Kuliche Daivat - संत एकनाथ ▌♫▐

आमुचे कुळींचे दैवत । श्रीगुरुदत्तराज समर्थ ॥१॥
तोचि आमुचा मायबाप । नाशी सकळ संताप ॥२॥
हेंचि आमुचें व्रत तप । मुखी दत्तनाम जप ॥३॥
तयाविण हे सुटिका । नाहीं नाहीं आम्हां देखा ॥४॥
एका शरण जनार्दनीं । दत्त वसे तनमनीं ॥५॥

Aamuche Kuliche Daivat | Shri Gurudattraj samarth ॥१॥
Tochi Aamucha Maayabaap | Nashi Sakal Santap ॥2॥
Hechi Aamuche Vrat Tap | Naahi Naahi DattNam Jap ॥3॥
Tayavin He Sutika | Nahi Nahi Aamha Dekha ॥4॥
Eka Sharan Janardani | Datt Vase TanMani ॥5॥






No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Labels

Followers