जननिये जिवलगे येवो पांडुरंगे । Jananiye Jivalage Yevo Pandurange - संत नामदेव ▌♫▐

जननिये जिवलगे येवो पांडुरंगे । शिणलों भेटि दे गे एक वेळां ॥१॥
त्राहे त्राहे त्राहे कृपादृष्टीं पाहे । येऊनियां राहे ह्रदयामाजीं ॥२॥
वासनेच्या संगें शिणलें माझें चित्त । विषयाचे आघात पडती वरी ॥३॥
नाहीं तुझी सेवा केली मनोधर्में । संसार संभ्रमें भ्रांत सदा ॥४॥
नाहीं तुझें नाम गाईलें आवडी । वाळली कुर्वंडी त्रिविधतापें ॥५॥
नामा म्हणे आई धांवें लवलाही । बुडतों चिंताडोहीं तारी मज ॥६॥

Jananiye Jivalage Yevo Pandurange | Shinalo Bheti De Ge Ek Velaa ॥१॥
rahe Trahe Trahe Krupadrushti Paahe | Yevuniya rahe hrudaya maji ॥2॥
Vasanechya sange shinale maze chitt | Vishayache Aaghat Padali Vari ॥3॥
Nahi Tuzi Seva Keli Manodharme | Sansar sambhrame Bhrant Sada ॥4॥
Nahi Tuze Naam Gaile Aavadi | Vaalali Kurvandi Tividh Tape ॥5॥
Naama mhane Aai Dhave Lavalaahi | Budata Chinta Dohi Tari Maj ॥6॥






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