कृपा करी पंढरीनाथा | Krupa kari Pandharinatha ▌♫▐

कृपा करी पंढरीनाथा । दीनानाथ तूं समर्था ॥ १ ॥
अपराध करीं क्षमा । तुझा न कळे महिमा ॥ २ ॥
करीं भक्ताचा सांभाळु । अनाथाचा तूं कृपाळु ॥ ३ ॥
आम्ही बहुत अन्यायी । क्षमा करी विठाबाई ॥ ४ ॥
आलों पतीत शरण । पावन करीं नारायण ॥ ५ ॥
पापी अमंगळ थोर । कृपा करीं दासावर ॥ ६ ॥
मी तरी अवगुण बहुत । दयाकरीं पंढरीनाथ ॥ ७ ॥
दयासागरा अनंता । कृपा करीं पंढरिनाथा ॥ ८ ॥
तुझें नामामृत सार । नरहरि जपे निरंतर ॥ ९ ॥

Krupa kari Pandharinatha | Dinanatha tu samrtha ॥ १ ॥
Aparadh kari kshama | Tuza N Kale Mahima ॥ 2 ॥
Kari Bhaktacha Saambhalu | Anathacha Tu Krupalu ॥ 3 ॥
Aamhi Bahut Anyayi | kshama kari Vithabaai ॥ 4 ॥
Aalo Patit Sharan | Paavan Kari Narayan ॥ 5 ॥
Paapi Amangal Thor | Krupa Kari Dasavar ॥ 6 ॥
Mi tari Avagun bahut | dayakari Pandharinatha ॥ 7 ॥
Dayasagara Ananta | Krupa kari pandharinatha ॥ 8 ॥
Tuze Namaamrut Saar | Narahari Jape Nirantar ॥ 9 ॥






No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Labels

Followers