नाम पावन तिही लोकी | Naam Pavan Tinhi Loki - संत एकनाथ ▌♫▐

नाम पावन तिही लोकीं । मुक्त झालें महा पातकी ॥१॥
नाम श्रेष्ठांचें हें श्रेष्ठ । नाम जपे तो वरिष्ठ ॥२॥
नाम जपे नीलकंठ । वंदिताती श्रेष्ठ श्रेष्ठ ॥३॥
नाम जपे हनुमंत । तेणे अंगीं शक्तिवंत ॥४॥
नाम जपे पुंडलीक । उभा वैकुंठनायक ॥५॥
नाम ध्यानीं मनीं देखा । जपे जनार्दनीं एका ॥६॥

Naam Pavan Tinhi Loki | Mukt zale Maha Paataki ॥१॥
Naam Shreshtanche He Shreshth | Naam Jape To Varishtha ॥2॥
Naam Jape Nilkanth | Vanditati Shreshth shreshth ॥3॥
Naam Jape Hanumant | Tene Angi Shaktivant ॥4॥
Naam Jape Pundalik | Ubha Vaikunthnayak ॥5॥
Naam Dhyani Mani Dekha | Jape Janardani Eka ॥6॥



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